जीवन में हर चीज के लिए कीमत चुकानी पड़ती है. यह बात हम अच्छे से जानते हैं. यही वजह है कि कोई भी चीज खरीदने से पहले उसकी कीमत देखते हैं.
MF Vs Index Funds: इंडेक्स फंड आपको कम लागत, कम जोखिम के बावजूद MF के मुकाबले अधिक रिटर्न देने को सक्षम हैं. तो क्या इंडेक्स फंड में पैसा लगाना चाहिए.
Direct vs Regular MF: दोनों के बीच मुख्य अंतर एक्सपेंस रेशियो का है. यह सालाना मेंटेनेंस चार्ज है जो म्यूचुअल फंड अपने खर्चों की भरपाई के लिए लेते हैं
बाजार में सभी ही कंपनियों की कोशिश तो यही रहता है कि आपको बढ़िया रिटर्न दे लेकिन हर फंड का अपना के स्ट्रकचर होता है.
आपको टार्गेट, रिस्क, अवधि, फंड मेनेजर का ट्रेक रिकॉर्ड, एक्सपेंस रेशियो, फंड का परफॉर्मस जैसे पहलुओं को ध्यान में लेना चाहिए.
ETF Tracking Error: ETF किसी एक इंडेक्स को आधार मानकर उसमें शामिल शेयरों में निवेश करते हैं. ये बेंचमार्क इंडेक्स ही ट्रैकिंग एरर समझने में मदद करेंगे
Exit Load: फंड हाउस इसलिए एक्जिट लोड लगाते हैं ताकि निवेशक तय समय से पहले निवेश ना निकाले. ये तभी लगेगा जब आप समय से पहले पैसा निकालेंगे
Expense Ratio: फंड के रिटर्न से जो आपकी कमाई हो रही है उसमें से फंड हाउस मैनेजमेंट, एडमिनिस्ट्रेशन, डिस्ट्रिब्यूशन के खर्च आपसे वसूलता है